बरनाला 26 कोरोना वायरस के खिलाफ आज देश लड़ाई लड़ रहा है और हर जगह कर्फ्यू लगा है जिससे आज जनजीवन अस्त-व्यस्त भी है खाने-पीने और जरूरत के सामान की किल्लत भी महसूस हो रही है जिसके चलते पंजाब सरकार की तरफ से कर्फ्यू में छूट ना देखकर खुद होम डिलीवरी की जिम्मेवारी ले जिला प्रशासन की ड्यूटी लगाई गई है जिसके चलते बरनाला डिप्टी कमिश्नर द्वारा करियाना,मेडिकल आदि जरूरी सामानों के लिए शहर में से लोगों की ड्यूटी लगाई गई है कि वह जिला प्रशासन की निगरानी में लोगों को जरूरत का सामान मुहैया करवाएंगे परंतु वही बरनाला पुलिस द्वारा कर्फ्यू के चलते सख्ती बढ़ती जा रही है इस वजह से बरनाला में आज कई जगह पुलिस प्रशासन की तरफ से शहरवासियों में नाराजगी पाई गई आज केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान की परमिशन पर एक मेडिकल स्टोर वाला एक बच्चे की जरूरी दवाई देने के लिए उसके घर जा रहा था परंतु एक नाके पर पुलिस ने बिना पूछताछ के उसके साथ डांट झपट की और उसे सिटी थाना में 2 घंटे बिठाए रखा और किसी से बातचीत भी नहीं करने दी 2 घंटे बाद जब उसे मौका दिया गया तो उसने अपने साथियों को फोन किया तब जाकर केमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान और उनके साथियों ने सिटी थाना में जाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस के इस रवैए पर नाराजगी जाहिर करते कहा कि आज के बाद कोई भी केमिस्ट वाला किसी की मदद के लिए दवाई देने नहीं जाएगा अगर पुलिस वाले का यही रवैया रहा ऐसा ही एक मामला सरकारी हस्पताल में अभी आया यहां राकेश कुमार जिसके पिता सरकारी हस्पताल में दाखिल हैं उनका इलाज चल रहा है और जब वह उनके लिए खाना लेने के लिए सरकारी अस्पताल से बाहर निकला तो पुलिस के डंडों का सामना करना पड़ा राकेश ने बताया कि पुलिस वालों ने उसे कुछ बताने का मौका भी नहीं दिया बस मारपीट शुरू कर दी
जब इस मामले में सिटी थाना इंचार्ज से बात हुई तो उन्होंने तल्ख जवाबी में बताया कि जब कर्फ्यू लगा होता है तो किसी को कोई भी परमिशन नहीं दी जाती नाके के दौरान हमने इसे चेक किया उसके पास कोई भी डिप्टी कमिश्नर की परमिशन नहीं थी कि यह किसी को सहायता करने जा रहा है इस वजह से इसे पकड़ कर थाने लाया गया